साइलेंट हार्ट अटैक (Silent Heart Attack) क्या होता है?
Silent heart attack एक ऐसा हार्ट अटैक होता है जिसमें सामान्य हार्ट अटैक जैसे तेज़ दर्द या स्पष्ट लक्षण नहीं दिखते। इसे “मौन हृदयाघात” भी कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण हल्के होते हैं या कई बार लोग उन्हें सामान्य थकान या अपच समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
(Symptoms)साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण:
1. हल्का सीने में दबाव या असहजता (तेज़ दर्द नहीं होता)
2. सांस लेने में हल्की दिक्कत
3. अचानक थकान या कमजोरी महसूस होना
4. पीठ, जबड़े, या बाजू में हल्का दर्द
5. हल्की चक्कर आना या ठंडा पसीना आना
6. पेट दर्द या अपच जैसा महसूस होना
(Causes)साइलेंट हार्ट अटैक के कारण:
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- डायबिटीज
- अधिक तनाव
- अधिक धूम्रपान या शराब का सेवन
- मोटापा और व्यायाम की कमी
(Precautions) बचाव और रोकथाम:
- स्वस्थ आहार लें
- नियमित व्यायाम करें
- धूम्रपान और शराब से बचें
- ब्लड प्रेशर और शुगर नियंत्रित रखें
- तनाव कम करें और अच्छी नींद लें
Treatment (साइलेंट हार्ट अटैक का इलाज)
साइलेंट हार्ट अटैक के इलाज का मुख्य उद्देश्य हृदय को और नुकसान से बचाना और भविष्य में बड़े हार्ट अटैक की संभावना को कम करना होता है।
दवाइयां (Medications)
✍️ब्लड थिनर (Aspirin, Clopidogrel) – खून के थक्के बनने से रोकने के लिए
✍️स्टैटिन (Atorvastatin, Rosuvastatin) – कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए
✍️बीटा-ब्लॉकर्स (Metoprolol, Atenolol) – हृदय की धड़कन को नियंत्रित करने के लिए
✍️ACE इनहिबिटर (Ramipril, Enalapril) – ब्लड प्रेशर कम करने के लिए
✍️नाइट्रेट्स (Nitroglycerin) – सीने में दर्द कम करने के लिए
एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी
यदि हृदय की धमनियों में ब्लॉकेज अधिक हो तो एंजियोग्राफी से ब्लॉकेज की जांच की जाती है।एंजियोप्लास्टी द्वारा संकरी धमनियों को खोलने के लिए स्टेंट लगाया जा सकता है।
बायपास सर्जरी (CABG – Coronary Artery Bypass Grafting)
यदि ब्लॉकेज ज्यादा गंभीर है, तो बायपास सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
लाइफस्टाइल में बदलाव
हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और धूम्रपान-शराब से बचाव बहुत जरूरी है।
इलाज का खर्च (Expenses in India)
इलाज की लागत कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है, जैसे कि अस्पताल, शहर और इलाज की जरूरत।अगर आपको हेल्थ इंश्योरेंस है, तो यह खर्च काफी हद तक कवर हो सकता है। सरकारी अस्पतालों में यह इलाज कम खर्च में उपलब्ध होता है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Ayushman Bharat) जैसी सरकारी योजनाओं के तहत भी मुफ्त या कम लागत में इलाज मिल सकता है।